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सादर प्रकाशनार्थ- ‘युवा मनीषी डॉ अनेकांत जैन ने जापान में किया भारत का प्रतिनिधित्व’

सादर प्रकाशनार्थ ‘युवा मनीषी डॉ अनेकांत जैन ने जापान में किया भारत का प्रतिनिधित्व’                                                                                        अप्रैल,२०१५,टोक्यो ,जापान,Religions for peace,Japan द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में युवा राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डॉ अनेकांत कुमार जैन(सहायकाचार्य,जैन दर्शन विभाग,श्रीलाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्या पीठ  ,नई दिल्ली) ने भारत की तरफ से जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए वहां जैन धर्म दर्शन की प्राचीनता और अहिंसा अनेकांत के माध्यम से वैश्विक शांति की स्थापना में जैनधर्म के योगदान को रेखांकित किया तथा इन्हीं सिद्धांतों से विश्व की भावी दिशा तय करने पर ही सच्चे अर्थों में शांति स्थापित हो सकती है -  इस बात को  “Jainism :  way of peace ” शीर्षक से अपने शोधपत्र के द्वारा व्याख्यान तथा विमर्श के माध्यम से प्रस्तुत किया | सम्मेलन में पूरी दुनिया के कई देशों से विभिन्न धर्मों के विद्वानों ने विश्व शांति के उपायों पर अपनी बात रखी |ज्ञातव्य है कि भारत से मात्र डॉ अनेकांत प्रतिनिधित्व कर रहे